व्यंग्य
तौल के मोल विधायक
दर्शक
सौफ्टवेयर भी क्या कठोर चीज होती है जो बिल्कुल भी नरमी नहीं बरतती। जब भाजपा के इतिहास रचियताओं ने यह फैसला कर लिया कि जोधापति सम्राट अकबर महान नहीं था और मेवाड़ राजा महाराणा प्रताप ही महान थे तो उन्होंने जहाँ जहाँ अकबर का नाम आया था वहाँ महाराणा प्रताप का नाम लाने का फैसला कर लिया। देश की राजधानी दिल्ली में जहाँ काँग्रेस कार्यालय स्थित है उस रोड का नाम भी अकबर रोड है और उसका नाम बदल देने पर तो काँग्रेस मुक्त भारत की ओर एक कदम तो बढा ही जा सकता है। जिसका पुराना पता ही बदल जाये तो उसकी एक चौथाई जड़ें तो वैसे ही उखड़ जाती हैं। मायके से जड़ें उखाड़ने के लिए हिन्दी भाषी क्षेत्रों में ससुराल में बहुओं के नाम बदल दिये जाते हैं।
समस्या यह थी कि लोकसभा चुनावों में 31% वोट पाकर तीन चौथाई बहुमत जुटाने से पहले तक जगह जगह अकबर महान था सो पिछले पाँच सौ सालों के अकबर का नाम बदलना कठिन काम था। उसे आसान करने के लिए उन्होंने सोफ्टवेयर का सहारा लिया और रिप्लेस में जाकर अकबर की जगह राणाप्रताप कर के कमांड का बटन दबा दिया।
संकट तब आया जब राज्य सभा चुनावों में पुराने पत्रकार/ सम्पादक एम. जे. अकबर को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाना पड़ा। वे जब भी उनका नाम डालते तो वह बदल कर एम.जे. राणाप्रताप हो जाता। अंततः परास्त होकर उन्हें कम्प्यूटर से मैन्युअल पर आना पड़ा तब जाकर उनकी कार्यवाही पूरी हुयी।
जब भी किसी मुसलमान को भाजपा से जुड़ा देखता है तो राम भरोसे परेशान हो जाता है। उसके शंकालु दिमाग में कहीं न कहीं कुछ खुट खुट करने लगता है। एम जे अकबर की जन्मपत्री खँगालते ही वह यूरेका यूरेका की तरह घर वापिसी – घर वापिसी चिल्लाता हुआ मेरे पास दौड़ा चला आया। मैं समझ गया कि जरूर कुछ खास बात है। आते ही बोला तुम्हें पता है कि भाजपा के पहले मुस्लिम नेता सिकन्दर बख्त की पत्नी हिन्दू थी।
मैंने ज्ञानी की तरह सिर हिलाते हुए कहा कि क्या पुरानी बातें कर रहे हो।
वह फिर बोला- तुम्हें पता है कि मुख्तार अब्बास नकवी की पत्नी भी हिन्दू हैं, शाहनवाज की पत्नी भी हिन्दू हैं, पहले एनडीए में मंत्री रहे उमर अब्दुल्ला की पत्नी भी हिन्दू हैं।
मैंने उसे विषय पर लाने की आकुलता में कहा कि मैं भाजपा के दोहरे चरित्र से और उनकी सच्ची धर्मनिरपेक्षता से परिचित हूं, तुम तो उस मुद्दे पर आओ जिसके लिए इतनी भूमिका बाँध रहे हो।
स्वर में गम्भीरता लाते हुए वह बोला - तुम्हें पता है कि बंगाल के हुगली जिले के चन्दन नगर में प्रयाग नाम के एक सज्जन रहते थे जिनका प्रेम एक मुस्लिम युवती से हो गया था। उससे विवाह के लिए उन्हें अपना धर्म परिवर्तन करना पड़ा था जिसके बाद उनका नाम रहमतुल्लाह हो गया था। उन्हीं रहमुतुल्लाह के पोते सम्मानीय एम जे अकबर हैं जो अंततः अपने पूर्वजों के धर्म की पार्टी से जुड़ गये हैं। लौट के अकबर घर को आये।
मैंने राम भरोसे से कहा कि यह बुरी बात है कि तुम भी आदमी को हिन्दू मुसलमान में बाँट कर देखते हो, किसी को उसके विचारों के आधार पर नापो।
अब गुस्सा होने की बारी राम भरोसे की थी, बोला- कौन से विचार? वही जो मध्य प्रदेश का एक मंत्री कह रहा था कि वह विधायकों को तौल के मोल खरीद लेंगे। वही जो काँग्रेस के तेरह विधायकों ने अपने वोट गलत डाल कर एक बदनाम टीवी चैनल के मालिक को जितवा दिया। उत्तराखंड के वही विधायक और पूर्व मंत्री/मुख्यमंत्री जो कभी काँग्रेस के सिपाही हुआ करते थे व अब भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बन गये हैं! देवगौड़ा की पार्टी के विधायक जिन्होंने अपने वोट काँग्रेस के उम्मीदवार को दिये हैं! विधायकों को अपनी पार्टी के प्रत्याशी को वोट दिलाने के लिए होटलों में कैद रखना पड़ता है। नीरज ने कहा है-
बिका बिकी हर ओर मची है, आने ओ दो आनों पर
अस्मत बिके दुराहों पर तो प्यार बिके दूकानों पर
कदम कदम पर मन्दिर मस्ज़िद, कदम पर गुरुद्वारे
भगवानों की बस्ती में है जुल्म बहुत इंसानों पर
अस्मत बिके दुराहों पर तो प्यार बिके दूकानों पर
कदम कदम पर मन्दिर मस्ज़िद, कदम पर गुरुद्वारे
भगवानों की बस्ती में है जुल्म बहुत इंसानों पर
राम भरोसे मुझे निरुत्तर कर के चला गया।
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